इस्लाम में हर चीज की दुआ बताई गई है, आज हम अपने इस लेख में खाना खाने से पहले और बाद की दुआ (khana khane se pahle aur baad ki dua) के बारे में बताने जा रहे है| अगर आपको खाना खाने से पहले की दुआ और खाना खाने के बाद की दुआ के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारा यह लेख अंत जरूर पढ़ें, चलिए अब हम सबसे पहले आपको खाने की दुआ के बारे में बताते है –
Contents
खाना खाने की दुआ (khana khane ki dua)
इस्लाम धर्म में काफी सारे इंसान ऐसे भी है जिन्हे खाना खाने की दुआ के बारे में जानकारी नहीं होती है, अगर आप भी ऐसे ही इंसानो में शामिल तो परेशान ना हो हम आपकी इस परेशानी को दूर करते है| दरसल खाना खाने की दुआ (khana khane se pahle aur baad ki dua) दो तरह की होती है पहली है खाना खाने से पहले की दुआ और दूसरी है खाना खाने के बाद की दुआ| इस्लाम में सभी मुस्लिम भाई और बहनो को दोनों दुआ पढ़ना फर्ज है| चलिए अब हम आपको खाना खाने की दोनों दुआओ के बारे में जानकारी दे रहे है –
खाना खाने से पहले की दुआ (khana khane se pahle ki dua)
आज के समय में काफी सारे ऐसे मुस्लिम भी है जिन्हे यह नहीं पता होता है की खाना शुरू करने से पहले खाना खाने से पहले की दुआ जरूर पढ़नी चाहिए| सभी इंसान खाने के लिए काम करते है या मेहनत करते है लेकिन दुनिया में काफी सारे इंसान ऐसे भी है जिन्हे खाना नसीब कब होगा उन्हें भी नहीं पता होता है| ऐसे में अगर आपको खाना मिल रहा है तो आपको खुदा का शुक्रिया करना जरुरी है क्योंकि खुदा आपको खाना दे रहा है| खाना खाने से पहले दुआ पढ़ने से आपको खाने का सवाब मिलता है और बरकत भी होती है, इसीलिए सभी मुस्लिम भाई और बहनो को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की आप चाहे खाना घर पर खाएं या घर के बाहर खाना खाएं लेकिन खाना खाने से पहले की दुआ (khana khane se pahle ki dua) जरूर पढ़ें| चलिए अब हम आपको खाना खाने के बाद की दुआ के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करा रहे है
खाना खाने से पहले की दुआ khana khane ke pahle ki dua
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बिस्मिल्लाही व बिल्लाहि ललज़ी ला यदुररोहु मा अ स्मेहि शै उन फील अरदे वाला फिलसम्माए या हय्यू या कय्यूम
तर्जुमा
अल्लाह के नाम से और अल्लाह की मदद से शुरू जिसके नाम के साथ कोई चीज जर्र देने वाली नहीं, न जमीं में न आसमान में ए हय्यू ए कय्यूम
खाना खाने के बाद की दुआ (khana khane ki dua hindi mein)
इस्लाम में जिस तरह खाना खाने से पहले की दुआ पढ़ना फर्ज है उसी तरह से खाना खाने के बाद की दुआ भी पढ़ना फर्ज है| खाना खाने के बाद की दुआ पढ़ने से खुदा की रहमत आप पर बनी रहती है और बरकत भी होती है| आपने सही सलामत खाना खा लिया इसके लिए आपको खुदा का शुक्रिया अदा करना चाहिए इसीलिए सभी मुस्लिम भाई और बहन को खाना खाने के बाद की दुआ (khana khane ki dua hindi mein) जरूर पढ़नी चाहिए| चाहे आप खाना घर में खा रहे हो या घर के बाहर खाना खा रहे हो लेकिन खाने की दुआ जरूर पढ़ें| इस्लाम में खाना खाने से पहले या खाना खाते हुए या खाना खाने के बाद कुछ आदाब फरमाएं गए है जिन्हे सभी को करना चाहिए, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है|
खाना खाने से पहले की दुआ khana khane ke pahle ki dua
अल्हम्दु लिल्लाहिल लज़ी अत अम ना व सकाना व ज अल ना मिनल मुस्लिमीन
तर्जुमा
सब खुबिया अल्लाह त्आला के लिए जिसने हमें खिलाया पिलाया और मुसलमानो में से बनाया
खाना खाने के आदाब
ऊपर आपने खाना खाने से पहले की दुआ और खाना खाने के बाद की दुआ (khana khane se pahle or baad ki dua in Hindi ) के बारे में पढ़ा, लेकिन कया आप जानते है की इस्लाम धर्म में खाना खाने के लिए कुछ आदाब फरमाएं गए है जिन्हे सभी को मानना चाहिए| नीचे बताई गई सभी बातो पर अमल जरूर करें|
- जब भी आप खाना खाएं तो खाने से पहले अपने दोनों हाथों को पानी से अच्छी तरह से धो लें, हाथो को अच्छी तरह से धोने के बाद पानी से कुल्ली भी जरूर करें।
- इस्लाम में खाना खाने के लिए दाहिने हाथ का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है, इसीलिए हमेशा दाहिने हाथ से खाना खाएं और अगर किसी को खाना देना है तो दाहिने हाथ से ही दें| कभी भी बाएं हाथ से ना तो खाना खाएं और ना ही कभी किसी को खाना बाएं हाथ से दें बाएं से हाथ से खाना खाना और किसी को खाना देना हराम माना जाता है|
- पानी भी दाएं से हाथ से पीना चाहिए और अगर किसी को पानी देना है तो दाएं हाथ से ही दें बाएं हाथ से पानी पीना या किसी को देना हराम माना जाता है|
- अगर आप जमीन पर बैठकर खाना खाएंगे तो खाना खाने से पहले दस्तरखान को बिछा लें, उसके बाद खाना लें आएं|
- खाना खाने से पहले खाना खाने की दुआ (khana khane ki dua) को जरूर पढ़ें, खाना खाने की दुआ सभी को पढ़नी चाहिए|
- आपने थाली में जितना खाना लिया है उसे ही खाएं किसी और की थाली में से कोई सामान ना लें| जब तक सभी खाना नहीं खा लेते है तब तक किसी के भी आगे से खाने का सामान नहीं उठाना चाहिए|
- अगर परिवार के सभी लोग साथ में बैठ कर खाना खा रहे है या आपके साथ आपसे कोई बड़ा या घर का बुजुर्ग खाना खा रहा है तो जब तक वो खाने की शुरुआत ना करें तब तक आप भी खाना खाने की शुरुआत नहीं करें|
- घर के सभी सदस्यो को एक साथ बैठकर खाना चाहिए, कुछ घरो में परिवार के सदस्य अलग अलग बैठकर खाना खाते है, जो गलत है| परिवार के सभी सदस्य एक साथ इकट्ठे बैठकर खाना खाते है तो खुदा खुश होता है और ऐसे घर में उतनी ही ज्यादा बरकत खाने में होती है|
- कुछ इंसान दीवार या फिर किसी अन्य चीज का सहारा लेकर या किसी चीज पर टेक लगाकर खाना खाते है तो इस्लाम में इन सभी चीजों के लिए सख्त मना है, खाना हमेशा सीधे और अपने सहारे बैठकर खाना चाहिए|
- खाने में कभी भी किसी भी प्रकार का ऐब नहीं निकलना चाहिए, अगर खाने में नमक या मिर्ची कम है तो बिना किसी से कुछ कहे चुपचाप नमक या मिर्ची लेकर खाने में डाल लें, खाना बनाने वाले या किसी अन्य से ऐसा ना बोलेँ की खाने में नमक कम है या खाना अच्छा नहीं बना है।
- खाना हमेशा मुंह बंद करके खाना चाहिए, अगर आप ऐसा नहीं करते है तो खाना खाते समय मुंह से आने वाली आवाज से दुसरो को परेशानी हो सकती है और खाना खाते समय बात ना करें|
- लड़कियों और औरतो को हमेशा सिर के बालो को ढक कर खाना खाना चाहिए, अगर आप सिर ढक कर खाना नहीं खाती है तो ऐसी लड़कियो या औरतो को खाने का सवाब भी नहीं मिलता और बरकत भी खत्म हो जाती है।
- अगर घर के सभी सदस्य जमीन पर बैठकर खाना खा रहे है तो इस्लाम में मर्द को पलथी मार कर खाना खाने की इजाजत दी गई है लेकिन औरतो को पलथी मार कर खाना खाने की इजाजत नहीं है, इसीलिए औरतो को पलथी मार कर खाना कभी नहीं खाना चाहिए|
- कुछ इंसान बहुत ज्यादा गर्म खाना खाते है, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए| खाना उतना गर्म करें जितना आप आसानी से खा सकते हो|
- घर पर जिसने भी खाना बनाया है उसको खाना खाने में अपने साथ शामिल करें या अगर वो शामिल नहीं हो रहा है तो उसको खाने में से कुछ अलग से दे देना चाहिए, यह तरीका सुन्नत होता है|
- खाना खाते समय अगर कोई निवाला जमीन पर गिर जाए तो उसे उठाकर साफ करके खा लेना चाहिए, क्योंकि खाने की बर्बादी गुनाह माना जाता है|
- खाना खाते वक़्त अगर कोई आ जाए तो उसे खाना खाने के लिए कहना और उसे खाना खिलने से सवाब मिलता है|
- खाना खाने के बाद दोनों हाथो को धो लें और अच्छी तरह से कुल्ली करने के बाद खाना खाने के बाद की दुआ (khana khane ki dua in hindi) पढ़ें|
- खाना खाने के बाद कभी भी पहले खुद ना उठें सबसे पहले दस्तरख्वान को उठाएं फिर खुद उठना चाहिए|
- ख्याल रखें की दस्तरख्वान को उठाते समय दस्तरखान उठाने की दुआ जरूर पढ़े।
हम उम्मीद करते है की आपको हमारे लेख खाना खाने से पहले और बाद की दुआ (khana khane se pahle aur baad ki dua) में दी गई जानकारी पसंद आई होगी| इसीलिए हमारे इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करें जिससे इंसानो को खाना खाने से पहले की दुआ और खाना खाने के बाद की दुआ (khana khane ki dua in hindi) के बारे में पता चलें|
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